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लॉक डाउन व corona काल में मानसिक तनाव से कैसे मुक्त हो
लॉक डाउन में , corona काल में मानसिक तनाव से कैसे मुक्त हो आजकल जो भी न्यूज़ चैनल खोलो उसमें बस करोना ही करोना है। सभी लोग मानसिक तनाव से ग्रसित हैं क्योंकि यह महामारी इतनी जल्दी दुनिया को मुक्त नहीं करने वाली है। भारत में मई, जून, जुलाई में लोखड़ौन खुलने से और भी कोरोना केस बढ़ने की शंका है। ऐसे में मानसिक तनाव होना बहुत ही आम बात है। मुझे आज छींक आई। और छींक एते ही मेरे मन में एक ऐसी तनाव की स्तिथि उत्पन्न हो गई की में अन्य कामो पे ध्यान ही नहीं बता पाई। फिर मैंने सोचा छींक तो मुझे हर दिन खाना बनाते…
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Mein “Na” kyu nahi keh pata! Ab saralta se keh paege.
हम्मे से ऐसे कई लोग हैं जो आसानी से किसी को “Na” नहीं कह पाते। पूरी दुनिया में समाज की धारणा ने “Na ” शब्द को नकारात्मक भावना से सम्भोधित किया है। इस प्रकार यह हमारे लिए मुश्किल हो जाता है कि हम दूसरे की आँखों में देखकर “Na” कहें। हमें लगता है कि “Na” कहने से हम कठोर लग सकते हैं या इससे दूसरों को तकलीफ हो सकती है। आखिरकार हम दुनिया के सामने अच्छे दिखना चाहते हैं। हमारी बुनियादी मानवीय ज़रूरत है की हमें सामाजिक रूप से स्वीकार्य और पसंद किया जाये । “Na” कहने के लिए साहस और ईमानदारी चाहिए। अंत में हम बीच का रास्ता खोजते…
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Emotionally weak logo ko kese manage kare? Sympathy achi hai ya buri
क्या आप emotionally weak यानि भावनात्मक रूप से किसी कमजोर व्यक्ति के साथ रिश्ते में रहें हैं। क्या कभी कोई मानव ने आपको अंदर ही अंदर खोखला बनाने की कोशिश की है । आप वही थे जो अपना समय, शांति, ऊर्जा दे रहे थे, लेकिन कहीं न कहीं आप अपना असली आत्म भी खो रहे थे। दूसरी ही जगह , हम कहते हैं कि जो लोग सफल होते हैं वे आमतौर पर emotionally weak लोगों को छोड़ देते हैं। वह उन लोगों से दूर रहते है जो अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। वे अपने वातावरण से भावनात्मक रूप से बाधा उत्पन्न करने वाले लोगो को दूर करते…
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Top 10 Negative emotions kya hai? Unko manage kese kare
Negative emotions ya नकारात्मक भावनाएं कई प्रकार के होती हैं। ऐसे कई लोग है जो हर समय negative ज़ादा सोचते हैं। उनकी गलत सोच उनपे ज़ादा हावी होती है। चाहे हम जितना सोचें की हम तो अच्छे है लेकिन कभी ना कभी हमारे अंदर की negative साइड भी बहार आती है। हमने इंसान होने के नाते अपनी ज़िन्दगी में किसी न किसी को दुःख या परेशानी पहुंचे होती है । चाहे हम उसको पहचाने या नहीं। आज हम 10 प्रमुख Negative Emotions के बारे में चर्चा करेंगे, जो हम सभी अपने जीवन के किसी समय पर प्रदर्शित करते हैं। Negative Emotions हमें कैसे प्रभावित करती हैं? इन नकारात्मक भावनाओं को…
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Buri habit kese badale? New good habit kese banaye?
Buri habit kese badale? सफल होने के लिए नई habit /आदत कैसे बनाएं ? एक नई habit बनाने की प्रक्रिया क्या है? एक बुरी habit को एकदम से भुलाया नहीं जा सकता है या हमारे जीवन से वह हट नहीं सकती। इसे एक नई आदत के साथ बदला जा सकता है। पुस्तक – “Atomic Habit ” में इसे बहुत अच्छे तरीके से समझाया गया है। जिसमें कहा गया है कि एक habit बनाना चार चरणों की प्रक्रिया है जिसमें निम्नलिखित चरण होते है। आइये हम इसे एक बहुत सरल उदाहरण के साथ समझते है। १. क्यू/ Cue/ स्त्रोत – स्रोत, एक एहसास है या उपज जो कुछ करने के लिए हमें प्रेरित करता है। एक ही स्थिति के लिए लोगों के अलग-अलग स्रोत हो सकते हैं। २. मन करना / craving – जब cue को करने का हमारा मन करता है ३. Response / कर्म / Action – यह हमारा कर्म है, जो हम ऊपर लिखी अपनी इच्छा पूर्ती के लिए करते है। ४. इनाम / Reward – जब हम वो काम कर लेते है तो हमें खुशी महसूस होती है। हम उस ख़ुशी को महसूस करने के लिए फिर से वही काम करना चाहते हैं। Example / उदाहरण के लिए: व्यक्ति A, B, C को कुछ स्थितियों में ज़ादा शराब सेवन करने की आदत है। स्त्रोत / cue – इन तीनो के लिए cue इस प्रकार होते है। व्यक्ति A के लिए, cue तब हो सकता है जब वह शराब की दुकान देखता है, व्यक्ति B के लिए, क्यू तब है जब उसकी…
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Hamara Subconscious(अवचेतन) mind kese seekhta hai?
हमारा subconscious mind यानि अवचेतन मन हमें हमारे 90% समय नियंत्रित करता है। इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम यह समझें कि हमारा subconscious mind कैसे काम करता है और कैसे सीखता है। subconscious mind के पास कोई भाषा नहीं होती है। तो हम उसे कैसे समझा सकते हैं कि क्या करना है और किस चीज़ से बचना है। हम वास्तव में autopilot mode (ऑटोपायलट मोड) से कैसे बाहर निकल सकते हैं। हम उन चीजों को करना शुरू कर सकते हैं जो हमारे जीवन का उद्देश्य खोजने के लिए आवश्यक हैं। हमारा subconscious mind मूल रूप से निम्नलिखित के आधार पर सीखता है – 1.Instinct या वृत्ति हमारेअंदर एक…
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Conscious, Subconscious and Super-conscious Mind kya hai
Conscious, Subconscious and Superconscious Mind ya मन हमारे दिमाग की 3 अवस्थाएँ होती हैं। वे एक साथ काम करते हैं और हमारे व्यक्तित्व को बनाते हैं। आप इसे मन के 3 स्तर बोल सकते हैं या हमारी चेतना या जागरूकता के 3 प्रकार हैं। वे सभी समान बात हैं। एक overall रूप में हम मन को 2 भाग में बाँट सकते हैं। एक चेतन मन यानि conscious mind और दूसरा अवचेतन मन यानि subconscious mind . Super conscious mind हमारे subconscious mind की और गहरी स्थिति होती है। हमारा चेतन मन/conscious mind भाषा को समझता है। यही कारण है कि यह संदेशों की व्याख्या करने में सक्षम है। लेकिन हमारा…
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Basic human emotion change hota hai ya nahi?
(Basic human emotion) बुनियादी मानव की भावनाएँ नहीं बदलती हैं और वही बनी रहती हैं। हम ऐसा क्यों कहते हैं? इंसान होने के नाते हम सब समान भावनाओं को महसूस करते हैं। हालाँकि कुछ भावनाएँ परिस्थितियों के अनुसार दूसरों पर हावी हो सकती हैं। हमारे व्यक्तित्व के अनुसार कुछ भावनाएँ होती हैं जो हमारे लिए मूल हैं। यह इसपर निर्भर करता है की हम एक स्थिति को कैसे समझते है और उसका क्या अर्थ निकलते हैं। मानव के व्यवहार के मुख्य 3 स्रोत होते है – ज्ञान, इच्छा और भावनाएं । हम अपनी सोच को बदलकर लंबे समय में अपने व्यक्तित्व और भावनाओं को बदलने की क्षमता रखते हैं। लेकिन फिर…
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हम टालते क्यूँ रहते हैं, Procrastination को end करने के लिए 10 tips
हम टालते क्यों हैं या हम procrastination क्यों करते है ? हम सभी ने इसके बारे में जरूर सोचा होगा। क्या आपने कभी ऐसा महसूस किया है कि आप वह हासिल नहीं कर पा रहे हैं जो आप वास्तव में चाहते हैं? क्या आपने सोचा है कि आपके पास कैरियर, परिवार, आय का नियमित स्रोत है लेकिन फिर भी आप संतुष्ट नहीं हैं। आपका जीवन पूर्ण नहीं लगता है? ऐसे बहुत से लोग हैं जो नौकरि के लिए जाते हैं, व्यापार करते हैं लेकिन खुश नहीं हैं। हमें ज़िंदगी में भाग तो रहे हैं पर हमें नहीं पता की पहुँचना कहा है। हमें इसकी खोज करनी है कि क्या हम…
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सही लक्ष्य/Goal और दिशा/ Direction के साथ जीवन में कैसे आगे बढ़ें?
लक्ष्य/ Goal बनाना महत्वपूर्ण क्यों है? क्या आप अपने जीवन को आगे बढ़ाने के तरीके से खुश हैं? या क्या आप अक्सर एक सपने के बारे में सोचते हैं. इच्छाएँ और लक्ष्य बिल्कुल अलग हैं